Bathing
17 August 2023 को अपडेट किया गया
बेबी की स्किन बहुत ही नाजुक और सेंसिटिव होती है. यही कारण है कि बेबी को नहलाने के दौरान बहुत सावधानी की ज़रूरत होती है. आमतौर पर बच्चे को नहलाने के लिए पेरेंट्स जितने एक्साइटेड होते हैं, उतने ही कंफ्यूज़ भी. उनके मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि बच्चे को पहली बार कब और कैसे नहलाना है और किन बातों का ध्यान रखना है, आदि. वैसे, यही वह समय होता है, जब आप अपने बच्चे के साथ अपनी बॉडिंग को और स्ट्रांग कर सकते हैं. हालाँकि, न्यू बेबी को नहलाने के दौरान आपको कुछ ख़ास बातों का ख़्याल रखना चाहिए. ऐसा करने से न सिर्फ़ आप; बल्कि बच्चा भी नहाने के दौरान कंफर्टेबल महसूस करेगा.
नवजात शिशुओं को तब तक स्पंज स्नान देना चाहिए, जब तक उनकी गर्भनाल खुद सूखकर ना गिर जाये. अगर इससे पहले शिशु को पानी से नहलाया जाता है, तो इससे संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है. एक या दो सप्ताह में शिशु की गर्भनाल स्टंप गिर जाती है, फिर आप शिशु को सामान्य तरीक़े से नहला सकते हैं.
एक्सपर्ट के अनुसार, नवजात शिशु को सप्ताह में सिर्फ दो या तीन बार नहलाना चाहिए क्योंकि नवजात शिशु वयस्क की तुलना में कम गंदे होते हैं, क्योंकि न तो उन्हें पसीना आता है और न वे बड़े बच्चों की तरह मिटटी में खेल कर आते हैं! हालाँकि, स्तनपान (Breastfeeding) करवाने और डायपर बदलने के बाद शिशु की साफ़-सफ़ाई का ख़ास ख़्याल रखें.
इस उम्र में शिशु को सप्ताह में दो से तीन बार नहलाएँ. नहाने के दौरान आप बच्चे के टब में गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें. शिशु को बहुत अधिक वक़्त तक पानी में न रखें और उसे नहलाने के तुरंत बाद एक सॉफ्ट टॉवेल में लपेंटे. इसके लिए आप माइलो एसेंशिअल्स सुपर सॉफ्ट अब्जॉर्बेंट बेबी टॉवल की मदद ले सकते हैं. आपको बता दें कि ये बच्चे की त्वचा पर से पानी को अच्छी तरह से अब्जॉर्ब करता है और बच्चे को कंफर्ट का एहसास देता है.
जिस दिन आप अपने बच्चे को स्पंज स्नान (Sponge bath) करवाते हैं, उस समय माइलो एसेंशिअल्स अल्ट्रा सॉफ्ट क्यूट बेबी स्वैडलिंग रैपर में लपेटें और केवल उन हिस्सों को बाहर निकालें, जिन्हें आप साफ़ कर रहे हैं. इसमें बच्चे को गर्माहट का एहसास होगा और उसे ठंड लगने की संभावना भी नहीं रहेगी.
जैसे-जैसे आपके बच्चे का विकास होता है, आपको उसे सप्ताह में नहलाने की संख्या में वृद्धि कर देनी चाहिए. हालाँकि, सप्ताह में केवल दो बार ही साबुन का उपयोग करना चाहिए. बच्चे को नहलाने के लिए आप माइलो बॉडी वॉश और शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालाँकि, बाक़ी दिन आप अपने बच्चे की त्वचा को साफ़ रखने के लिए माइलो बेबी वाइप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अधिकतर बच्चे इस वक़्त तक सॉलिड खाना शुरू कर देते हैं और कुछ तो इस उम्र तक चलना भी शुरू कर देते हैं. इसलिए इस समय आपको बच्चे को कई बार नहलाने की ज़रूरत महसूस होगी. लेकिन फिर भी आप उसे सप्ताह में सिर्फ तीन बार साबुन और पानी से नहलाएँ. बाक़ी दिन आप बच्चे को केवल पानी से ही नहलाएँ, जिससे बच्चे के शरीर पर जमा मैल साफ़ हो जाये. रोज़ाना साबुन का इस्तेमाल करने से बच्चे की त्वचा में रूखापन आ सकता है और उसकी त्वचा को नुक़सान पहुंच सकता है.
उम्मीद है कि आपको अपने सवाल का जवाब मिल गया होगा और अब आप अपने बच्चे के लिए सही प्रोडक्ट चुनने में भी कोई परेशानी नहीं होगी.
Yes
No
Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to a 10-year-old, she's skille
Read MoreGet baby's diet chart, and growth tips
Things to Do When Trying For a Baby in Hindi | फैमिली प्लानिंग के सफ़र को आसान बनाएँगी ये 5 बातें!
Sugar Pregnancy Test in Hindi | चीनी से भी कर सकते हैं आप प्रेग्नेंसी टेस्ट! यहाँ जानें सही तरीक़ा
5 Interesting Facts About International Women's Day in Hindi | देश से विदेश तक, नारी शक्ति सब पर भारी!
When Do Babies Start Crawling in Hindi | बच्चे घुटनों के बल चलना कब शुरू करते हैं?
How do Thermos flasks work in Hindi | जानिए कैसे थर्मस फ्लास्क बना सकता है आपकी लाइफ को आसान!
100 Unique Baby Names for Boys and Girls in Hindi | दिल छू लेंगे लड़के और लड़कियों के ये टॉप 100 नाम
Mylo wins Forbes D2C Disruptor award
Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022
At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:
baby test | test | baby lotions | baby soaps | baby shampoo |