Diet & Nutrition
25 August 2023 को अपडेट किया गया
मां बनने वाली महिलाओं और उनके बच्चों के लिए गर्भवस्था बहुत जरूरी समय होता है। पोषण न सिर्फ सही विकास के लिए जरूरी है बल्कि ये मजबूत रोगप्रतिरोधक क्षमता और अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। बहुत से विकल्प मौजूद होने की वजह से ये समझ पाना कठिन हो सकता है कि जब प्रेग्नेंसी में अच्छा खाने की बात आए तो शुरुआत कैसे की जाए। पिछले कुछ दिनों से जिस एक खाने के बारे में खूब चर्चा हो रही है वो है, ब्राउन राइस और ऐसा होने के कारण अच्छे हैं! इस ब्लॉग आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी के दौरान ब्राउन राइस खाने के फायदों और इसके सेवन से पहले बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बात करेंगे।
ब्राउन राइस एक साबुत अनाज है, जिसमें भरपूर पोषण तत्व होते हैं। ये फाइबर, मैग्नेशियम, विटामिन बी1, बी6 और ई का अच्छा स्त्रोत है। ब्राउन राइस आयरन और जिंक का भी अच्छा स्त्रोत है। प्रेग्नेंसी के दौरान ब्राउन राइस कब्ज होने से रोकता है, ऊर्जा देता है और वजन कम करने में भी मदद करता है।
ब्राउन राइस एक साबुत अनाज है जिसमें अनाज की गिरी के तीनों भाग चोकर, रोगाणु और एंडोस्पर्म होते हैं। ब्राउन राइस फाइबर के साथ मैग्नेशियम, फ़ॉसफोरस, सेलेनियम,थियामिन,नियासिन और विटामिन बी 6 सहित कई पोषक तत्वों का अच्छा स्त्रोत है। इसमें फायटोकेमिकल भी होते हैं जिनका फायदा स्वास्थ्य को मिल सकता है।
जब प्रेग्नेंसी की बात आती है तो ब्राउन राइस से कई सारे फायदे मिल जाते हैं। पहली बात तो ये कि ब्राउन राइस फाइबर का अच्छा स्त्रोत है जो आपको नियमित रखने में मदद कर सकता है। इसके साथ ब्राउन राइस के सेवन से कब्ज और बवासीर के जोखिम को कम किया जा सकता है, ये दोनों ही प्रेग्नेंसी की सामान्य दिक्कते हैं।फाइबर से ब्लड शुगर का स्तर भी संतुलित रहता है और इसके सेवन से गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबीटीज से भी बचा जा सकता है।
फाइबर के अतिरिक्त ब्राउन राइस स्वस्थ्य गर्भावस्था के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल भी देता है। इसमें शामिल हैं फोलेट (एक तरह का बी विटामिन जो जन्मजात दिक्कतों से बचाता है), आयरन (हिमोग्लोबीन के उत्पादन के लिए जरूरी) और कैल्शियम (हड्डियों के विकास के लिए जरूरी)। ब्राउन राइस प्रोटीन और जरूरी फैटी एसिड का भी अच्छा स्त्रोत है।
प्रेग्नेंसी के दौरान ब्राउन राइस खाने के कई संभावित फायदे हैं लेकिन कुछ ऐसी बाते भी हैं, जिनका ध्यान रखा जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, ब्राउन राइस में बहुत फाइबर कंटेंट होता है, जिसकी वजह से गैस और ब्लोटिंग हो सकती है।
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गर्भवती महिलाओं को अक्सर स्वस्थ्य आहार के तौर पर साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस खाने की सलाह दी जाती है।लेकिन क्या ब्राउन राइस प्रेग्नेंसी में खाने के लिए सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी के दौरान ब्राउन राइस खाने से जुड़ी सुरक्षा पर कोई निश्चित अध्ययन नहीं किया गया है। लेकिन इसे आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। ब्राउन राइस में कुछ आर्सेनिक भी होता है, जिसकी ज्यादा मात्रा हानिकारक हो सकती है। हालांकि, ब्राउन राइस में आर्सेनिक की मात्रा इतनी नहीं मानी जाती है कि विकाशील बच्चे को नुकसान हो।
स्वस्थ्य आहार के तौर पर ब्राउन राइस का सेवन आप और आपके बच्चे को नुकसान नहीं करता है। हालांकि, चिंता हो तो डॉक्टर या स्वास्थ्य सलाहकार से परामर्श ले लेना चाहिए।
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प्रेग्नेंसी में ब्राउन राइस खाते हुए महिलाओं की ओर से बरती जाने वाली सावधानियां यहां बताई गई हैं:
1. खाने से पहले ब्राउन राइस अच्छे से पका होना चाहिए।
2. गर्भवती महिला को कम पका या कच्चा ब्राउन राइस नहीं खाना चाहिए।
3. ये सलाह दी जाती है कि पकाने से पहले ब्राउन राइस को कम से कम 30 मिनट के लिए भिगो दिया जाए। ऐसा करके फ़ूड पॉइजनिंग के खतरे को कम किया जा सकता है।
4. गर्भवती महिला को अनपॉलिश्ड या टूटे ब्राउन राइस खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें ज्यादा मात्रा में आर्सेनिक हो सकता है।
ये भी जरूरी है कि वो ब्राउन राइस चुना जाए जिसे आर्सेनिक के लिए टेस्ट कर लिया गया हो और अच्छे से पका हो।
निष्कर्ष के तौर पर, प्रेग्नेंसी के दौरान ब्राउन राइस खाना एक अच्छी आदत है जिसके साथ कई सारे फायदे मिल जाते हैं। न सिर्फ ये गर्भवती महिलाओं को जरूरी पोषक तत्व जैसे फाइबर और बी विटामिन देता है बल्कि ये ब्लड शुगर को नियमित करने के साथ गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज के खतरे को भी कम करता है। प्रेग्नेंसी में ब्राउन राइस खाते हुए कुछ सावधानियां बरती जानी चाहिए। लेकिन अगर आप सुरक्षित कुकिंग के तरीके आजमाने के साथ इनका सेवन सही मात्रा में करती हैं तो इन सावधानियों का पालन करना आसान हो जाता है। मायलो परिवार पर आएं और ऐसे कई खानों के बारे में जानें जो प्रसव के पहले के ज्यादातर आहार का हिस्सा बन सकते हैं।
रेफरेन्सेस (References)
Su LJ, Chiang TC, (2023). O'Connor SN. Arsenic in brown rice: do the benefits outweigh the risks? Front Nutr.
2. Adamu HA, Imam MU, Ooi DJ, Esa NM, Rosli R, Ismail M. (2017). In utero exposure to germinated brown rice and its oryzanol-rich extract attenuated high fat diet-induced insulin resistance in F1 generation of rats. BMC Complement Altern Med.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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