Baby Massage
16 October 2023 को अपडेट किया गया
बेबी के जन्म के बाद पेरेंट्स का एक नया सफ़र शुरू होता है. इस सफ़र में उन्हें ख़ुद से पहले अपने बेबी की चिंता होती है. जब बात न्यूबोर्न बेबी की मसाज की आती है, तो पेरेंट्स के मन में कई तरह के सवाल आते हैं; जैसे- न्यूबोर्न बेबी की मसाज कब करना चाहिए, न्यूबोर्न बेबी की मसाज कैसे करना चाहिए, क्या कोई ऐसे टिप्स हैं, जो बेबी की मसाज (Newborn baby massage tips in Hindi) में मदद करते हों, आदि. अगर आपने या आपके किसी क़रीबी व्यक्ति ने पेरेंट्स बनने का सफ़र अभी शुरू किया है, तो आपको न्यूबोर्न बेबी की केयर (Newborn baby care in Hindi) से जुड़े इस महत्वपूर्ण विषय के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
न्यूबोर्न बेबी के लिए ऑइल मसाज बहुत ज़रूरी होती है. मसाज न सिर्फ़ बेबी की फिजिकल हेल्थ के लिए ज़रूरी होती है; बल्कि यह बेबी के इमोशनल डेवलपमेंट में भी मदद करती है. ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि बेबी की मसाज का सही समय कब होता है.
बता दें कि न्यूबोर्न बेबी की मसाज के लिए आपको गर्भनाल (Umbilical cord) गिरने तक का इंतज़ार करना चाहिए. अगर गर्भनाल गिरने से पहले आप बेबी की मसाज करते हैं, तो इससे बेबी को इंफेक्शन होने का खतरा होता है. वहीं, इसके कारण बेबी को डिसकंफर्ट भी हो सकता है. शुरुआती 1 से 4 हफ़्तों के बीच बेबी की गर्भनाल गिर जाती है. ध्यान रखें शुरुआती कुछ महीनों तक बेबी की त्वचा बहुत ही नाज़ुक होती है.
गर्भनाल (Umbilical cord) गिरने के बाद आप बेबी की मसाज कर सकते हैं. न्यूबोर्न बेबी को मसाज से कई तरह के फ़ायदे होते हैं. यहाँ हम आपको कुछ टॉप फ़ायदों के बारे में बताने जा रहे हैं;
न्यूबोर्न बेबी की त्वचा बहुत ही नाज़ुक होती है. ऐसे में ऑइल से मसाज करने पर बेबी की त्वचा को पोषण मिलता है, और वह रूखी भी नहीं होती है. ऑइल से मसाज करने पर बेबी की त्वचा मॉइस्चराइज़्ड होती है.
मसाज करने से बेबी की मांसपेशियाँ मज़बूत बनती हैं. साथ ही, बेबी का बेहतर तरीक़े से फिजिकल डेवलपमेंट होता है.
बेबी की मसाज करने से आपका और उसका रिश्ता मज़बूत होता है. आपका स्पर्श बेबी को कंफर्ट और सुरक्षा का एहसास देता है. इस तरह बच्चा ख़ुद का महफूज़ महसूस करता है.
ऑइल से मसाज करने पर बेबी को अच्छी नींद आती है और वह देर तक सो पाता है. साथ ही, इससे बेबी का मूड भी अच्छा रहता है और उसमें चिड़चिड़ापन नहीं आता है.
चलिए अब बात करते हैं कि बेबी की मसाज के लिए ऑइल कैसे चुनें! न्यूबोर्न बेबी की मसाज के लिए आप नारियल तेल (Coconut oil), बादाम तेल (Almond oil), जोजोबा तैल (Jojoba oil), लक्षादि तेल (Lakshadi oil), ग्रेप सीड तेल (Grapeseed oil), तिल का तेल (Sesame oil), एवोकाडो ऑइल (Avocado oil), सूरजमुखी का तेल (Sunflower oil) और कैमोमाइल तेल (Chamomile oil) में से किसी भी ऑइल को चुन सकते हैं. हालाँकि, बेबी के लिए मसाज ऑइल चुनने के दौरान आपको इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
बेबी के लिए मसाज ऑइल चुनने से पहले आपको अपने बेबी की त्वचा पर ग़ौर करना चाहिए. कुछ बच्चों की त्वचा अधिक सेंसिटिव होती है. ऐसे में आपको हाइपोएलर्जिक ऑइल को चुनना चाहिए, जो कि जेंटल भी हो और बेबी की त्वचा को राहत का एहसास भी देता हो. बेबी के लिए ऐसे ऑइल का चुनाव करें, जो सिर्फ़ बच्चों की नाज़ुक त्वचा को ध्यान में रखकर बनाए गए हों.
बेबी के लिए मसाज ऑइल चुनने से पहले इसमें इस्तेमाल इंग्रेडिएंट पर भी ग़ौर करें. देखें कहीं ऑइल में आर्टिफिशियल केमिकल या प्रिजरवेटिव का इस्तेमाल तो नहीं हुआ है. बेबी के लिए हमेशा नेचुरल चीज़ों से बने हुए ऑइल को ही चुनें. जिन ऑइल में प्रिजरवेटिव और आर्टिफिशियल खुशबू का प्रयोग होता है, वे बेबी की त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होते है.
बेबी के लिए ऑइल चुनने के दौरान ऑइल की अब्ज़ॉर्बेंसी का भी ध्यान रखें. जो ऑइल बेबी की त्वचा पर जल्दी अब्ज़ॉर्ब नहीं होते हैं, वे बेबी की त्वचा को नुक़सान पहुँचा सकते हैं.
ऑइल की खुशबू का ध्यान रखना भी बहुत ज़रूरी है. दरअसल, न्यूबोर्न बेबी गंध को लेकर बहुत अधिक सेंसिटिव होते हैं. ऐसे ऑइल को न चुनें, जिसमें स्ट्रांग परफ्यूम या आर्टिफिशियल खुशबू आती हो.
ऑइल की क्वालिटी को चेक करने के लिए उसके सर्टिफिकेशन पर भी ध्यान दें. सर्टिफिकेशन से यह पता चलता है कि ऑइल सुरक्षा के सभी स्टैंडर्ड को फॉलो करता है या नहीं. उसमें किसी केमिकल का उपयोग तो नहीं हुआ है. जैसे- मेड सेफ सर्टिफाइड यह बताता है कि ऑइल को बनाने में क्वालिटी से कोई समझौता नहीं हुआ है.
बेबी के लिए सही मसाज ऑइल चुनने के दौरान आपको ऑइल की पैकेजिंग पर भी ध्यान देना चाहिए. ऐसे ऑइल को चुनें जिसमें पंप या फ्लिप-टॉप कैप लगा हो. ऐसे ऑइल को न चुनें जो जार के साथ आते हैं. दरअसल, जार वाली पैकेजिंग में आपको ऑइल निकालने के लिए अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है, जिसके कारण ऑइल में बैक्टीरिया जाने का रिस्क रहता है. इसके अलावा, आप उस ऑइल को चुनें जिसे अधिकतर पेरेंट्स और पीडियाट्रिशियन इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.
चलिए अब आपको बताते हैं कि बेबी की मसाज करने के दौरान आपको किन टिप्स को फॉलो करना चाहिए.
ऊपर बताई गई बातों को ध्यान में रखकर आप आसानी से बेबी की मसाज कर सकते हैं.
ध्यान रखें, अगर बेबी को कोई त्वचा से संबंधित परेशानी है या रैशेज हैं, तो ऐसी स्थिति में मसाज करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए. बेबी के स्किन रिएक्शन पर ध्यान दें. किसी भी तरह की रेडनेस या इरिटेशन देखने पर आपको बेबी की मसाज तुरंत बंद कर देना चाहिए. इसके साथ ही, जब तक आप बेबी की मसाज कर रहे हैं, तब तक आपका ध्यान सिर्फ़ और सिर्फ़ बेबी पर होना चाहिए.
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Jyoti Prajapati
Jyoti is a Hindi Content Writer who knows how to grip the audience with her compelling words. With an experience of more
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