Ayurveda & Homepathy
20 September 2023 को अपडेट किया गया
हमारे घरों में काफ़ी लंबे समय से दालचीनी का उपयोग मसाले के रूप में होता आ रहा है. आयरन, कार्बोहाइड्रेट, जिंक, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, कैल्शियम, कॉपर, और विटामिन जैसे गुणों से भरपूर होने के कारण दालचीनी महिला और पुरुष दोनों की सेहत के लिए फ़ायदेमंद होती है. चलिए इस आर्टिकल के ज़रिये डिटेल में जानते हैं कि दालचीनी क्या होती है (Dalchini kya hoti hai) और दालचीनी के फ़ायदे (Dalchini ke fayde) क्या होते हैं!
दालचीनी (Cinnamon) एक मसाला है. इसे पेड़ की अंदरूनी छाल से निकाला जाता है. इसके फ़ायदों को ध्यान में रखते हुए इसे जड़ी-बूटियों की श्रेणी में रखा जाता है. सब्ज़ियों का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है.
दालचीनी महिला और पुरुषों दोनों के लिए सेहत का खजाना होती है. चलिए डिटेल में जानते हैं कि दालचीनी से क्या फ़ायदे होते हैं!
आजकल पीसीओएस एक बहुत ही कॉमन समस्या बन चुकी है. हार्मोनल बदलाव के चलते लगभग हर चौथी महिला को इसका सामना करना पड़ रहा है. अनियमित पीरियड्स, शरीर पर अधिक बाल, और मुँहासे आदि पीसीओएस के आम लक्षण हैं. दालचीनी के सेवन से इन समस्याओं को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है.
इसे भी पढ़ें : पीसीओएस होने पर कैसे होनी चाहिए आपकी डाइट?
जब किसी महिला को 12 महीनों तक पीरियड्स नहीं होते हैं, तो मेडिकल भाषा में इसे मेनोपॉज कहा जाता है. आमतौर पर ऐसा 45 से 55 साल की उम्र के बीच होता है. हालाँकि, कुछ मामलों में यह स्थिति और पहले या बाद में भी हो सकती है. मेनोपॉज के दौरान भी महिलाओं को कई तरह की समस्याओं और दर्द का सामना करना पड़ता है. ऐसे में दालचीनी का सेवन काफ़ी फ़ायदेमंद साबित हो सकता है.
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पेट दर्द होता है. ऐसे में दालचीनी का उपयोग काफ़ी फ़ायदेमंद हो सकता है. पोटैशियम और फाइबर जैसे गुणों से भरपूर होने के कारण दालचीनी आपको राहत का एहसास दे सकती है. पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत पाने के लिए आप दालचीनी का पानी पी सकते हैं.
दालचीनी एंटीबैक्टाीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी की ख़ूबियों से भरपूर होती है. इसलिए यह महिलाओं के इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाती है और कई तरह की बीमारियों को दूर करती है. इसके साथ ही, दालचीनी स्तनपान करवाने वाली माँओं के लिए भी फ़ायदेमंद होती है. इसके सेवन से ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई बढ़ती है.
दालचीनी में पॉलीफिनॉल और प्रोऐंथोसाइनिडिन्स गुण होते हैं, जिससे कब्ज़ और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है. जिन महिलाओं को पेट से संबंधित समस्याएँ होती हैं, उन्हें दालचीनी का सेवन करना चाहिए.
चलिए अब जानते हैं कि दालचीनी से पुरुषों को क्या फ़ायदे होते हैं!
अधिक अल्कोहल के सेवन, हार्मोनल बदलाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट के कारण पुरुषों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होती है. ऐसे में दालचीनी का सेवन इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से निपटने में मदद कर सकता है.
जिन पुरुषों को डायबिटीज की समस्या होती है, उन्हें दालचीनी का सेवन करना चाहिए. दरअसल,. दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है. ऐसे में दालचीनी का पानी या दालचीनी की चाय के सेवन किया जा सकता है.
दालचीनी का सेवन करने से पुरुषों के मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है. इसके अलावा, दालचीनी अनिद्रा, डाइजेशन और कब्ज़ जैसी समस्याओं पर भी काम करती है.
दालचीनी की मदद से पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है. इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने के लिए सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ दालचीनी पाउडर का सेवन किया जा सकता है.
दालचीनी के सेवन से पुरुषों की एनर्जी में काफ़ी सुधार होता है. आप रोज़ाना दूध में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाकर पी सकते हैं. इसके अलावा, हींग और अदरक के साथ भी इसका सेवना किया जा सकता है.
दालचीनी का सेवन कई तरह से किया जा सकता है. महिलाएँ दालचीनी का पानी पी सकती हैं. इसके लिए आप रातभर के लिए दालचीनी को भिगोकर रख दें. इसके अलावा, दालचीनी को 10 मिनट पानी में उबालकर भी पिया जा सकता है. अगर पीरियड्स के दर्द से राहत पाना है, तो दालचीनी पाउडर और शहद को मिक्स करके खाया जा सकता है. वहीं, अगर पेट से जुड़ी किसी परेशानी से राहत पाना है तो आप दालचीनी और नींबू का पानी पी सकते हैं. इतना ही नहीं, आप दालचीनी और गुड़ का पेस्ट भी बना सकते हैं. इसके सेवन से गले की खराश कम होती है.
पुरुष दालचीनी की चाय या कॉफ़ी पी सकते हैं या फिर इसे गुनगुने पानी में मिलाकर सुबह- शाम पी सकते हैं. इसके अलावा, इस गर्म और मसालेदार स्वाद के लिए ही भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
दालचीनी का सेवन तभी तक फ़ायदेमंद होता है, जब तक इसका सेवन उचित मात्रा में किया जाये. हालाँकि, कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी या कोई हेल्थ संबंधित समस्या हो सकती है. ऐसे में ज़रूरी है कि आप शुरुआत में दालचीनी का सेवन सीमित मात्रा में करें और किसी भी तरह का लक्षण दिखने पर इसका इस्तेमाल बंद कर दें. आप चाहें तो इस बारे में एक बार अपने डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं.
दालचीनी किचन से लेकर सेहत तक दोनों के लिए फ़ायदेमंद मानी जाती है. दालचीनी को अपनी डाइट में शामिल करके आप ख़ुद फ़र्क़ महसूस कर सकते हैं.
रेफरेंस
1. Rao PV, Gan SH. (2014). Cinnamon: a multifaceted medicinal plant.
2. Ranasinghe P, Pigera S, Premakumara GA, Galappaththy P, et al. (2013). Medicinal properties of 'true' cinnamon (Cinnamomum zeylanicum): a systematic review.
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Written by
Jyoti Prajapati
Jyoti is a Hindi Content Writer who knows how to grip the audience with her compelling words. With an experience of more
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