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    Squats in Pregnancy in Hindi | क्या प्रेग्नेंसी में स्क्वॉट करना सुरक्षित है?

    Exercise & Fitness

    Squats in Pregnancy in Hindi | क्या प्रेग्नेंसी में स्क्वॉट करना सुरक्षित है?

    13 August 2023 को अपडेट किया गया

    परिचय (Introduction)

    गर्भावस्था में स्क्वाट करना काफी लोकप्रिय (लेकिन, चुनौती भरी) एक्सरसाइज़ है, जिससे शरीर के निचले हिस्से को मजबूत करने में मदद होती है। यह एक ऐसी एक्सरसाइज़ है जिसे कई अलग-अलग तरीकों से, कुछ सामानों के साथ या उनके बिना किया जाता है और यह शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए की जाती है। गर्भवती महिलाएं इस बढ़िया एक्सरसाइज़ को अपने रोजाना या साप्ताहिक फिटनेस रूटीन में शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेकर और सुरक्षा से जुड़ी सावधानियों और किसी प्रशिक्षक की देखरेख में यह कर सकती हैं।

    नीचे गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करने के फायदों और सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया गया है।

    क्या आप गर्भवस्था के दौरान स्क्वाट कर सकती हैं? (Can You Perform Squats During Pregnancy)

    गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करना गर्भवती महिलाओं के लिए मजबूती देने वाली एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ है क्योंकि यह उनके कूल्हों, कोर, ग्लूट्स और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत और गतिशील रखने में मदद करता है। इसे जब सही तरीके से किया जाता है, तो स्क्वाट लेबर और डिलीवरी के लिए मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और महिलाओं की मुद्रा को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। गर्भावस्था में स्क्वाट करते समय महिलाओं को वजन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

    गर्भवती होने पर कोई भी नया वर्कआउट शुरू करने से पहले डॉक्टर की मंजूरी लेना जरूरी है।

    गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करने के फायदे (Benefits Of Squat During Pregnancy)

    गर्भावस्था के दौरान एक्सरसाइज़ करना मां और बच्चे दोनों के लिए अच्छा होता है। यह बताना भी महत्वपूर्ण है कि कई गर्भवती महिलाओं के लिए, सक्रिय रहना उन्हें खुश रखने, तनाव को कम करने और उनके बढ़ते शरीर के साथ तालमेल बैठाने में मदद करता है।

    यहां पांच कारण बताए गए हैं कि गर्भवती महिलाओं को स्क्वाट क्यों करना चाहिए:

    1. गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करने से गर्भवती महिला को अपना वजन सही बनाए रखने में मदद मिलती है, क्योंकि अगर वजन एक निश्चित सीमा से ज्यादा बढ़ जाए तो यह नुकसानदायक हो सकता है।
    2. गर्भावस्था में स्क्वाट करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और सही मुद्रा बनाए रखने में मदद मिलती है। यह गर्भवती महिला या उसके बच्चे को चोट पहुंचाए बिना घुटने के लिगामेंट पर बहुत ज्यादा जोर पड़ने से भी रोकता है।
    3. गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करना गर्भावस्था में कमर दर्द से राहत पाने का एक शानदार तरीका है। गर्भवती महिला के पैरों और पीठ के लिए यह बहुत अच्छा है क्योंकि यह हैमस्ट्रिंग और क्वाड मसल्स पर काम करता है।
    4. स्क्वाट करने से गर्भावस्था के दौरान होने वाली सामान्य दिक्कतें जैसे अनिद्रा, कब्ज, टांगों में ऐंठन, सीने में जलन, असंयम, और नसों की सूजन से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
    5. जो महिलाएं अपनी गर्भावस्था के दौरान सक्रिय रहती हैं और अपने नौवें महीने में स्क्वाट करती हैं, उन्हें प्रसव जल्दी होता है और प्रसव के दौरान समस्याएं कम होती हैं।

    गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित तरीके से स्क्वाट करना (Safe Squat Workouts During Pregnancy)

    1. बॉडीवेट स्क्वाट: बॉडीवेट स्क्वाट शरीर के निचले को मजबूत बनाने वाली बढ़िया एक्सरसाइज़ है जिसमें न तो खास उपकरण की जरूरत होती है और न ही ज्यादा जगह की। गर्भावस्था में स्क्वाट असरदार एक्सरसाइज़ है जो आपके पैरों की लगभग सभी मांसपेशियों को सक्रिय करता है।

    2. सूमो स्क्वाट: इस खास स्क्वाट वेरिएशन का फोकस अंदरूनी जांघ और ग्लूट मसल्स होती हैं। इसके अलावा, यह एक बढ़िया हिप-ओपनर एक्सरसाइज़ है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती मां के जोड़ ज्यादा लचीले होते हैं। बहुत ज्यादा खींचकर घायल करना आसान होता है। दूसरे शब्दों में, एक गर्भवती महिला को जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज़ नहीं करना चाहिए।

    3. बॉल वॉल स्क्वाट: बॉल वॉल स्क्वाट करने के लिए बॉल का इस्तेमाल करना गर्भवती महिला के पैरों और ग्लूट्स में ताकत बनाने का एक शानदार तरीका है। गर्भवती महिला के पैरों और पीठ के लिए यह बहुत अच्छा होता है क्योंकि वह हैमस्ट्रिंग और क्वाड मसल्स पर काम करती है।

    4. पेल्विक फ्लोर कॉन्ट्रेक्शन वाले डीप स्क्वाट होल्ड: पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों का एक सेट मूत्राशय, गर्भाशय और दूसरे प्रजनन अंगों के लिए स्लिंग के तौर पर काम करता है। गर्भावस्था के दौरान ये मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप मूत्र असंयमिता और प्रसव के बाद दूसरी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत रखना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे जन्म देने के दौरान काम आती हैं। पेल्विक फ्लोर कॉन्ट्रेक्शन के साथ किए गए डीप स्क्वाट उथले और संकरे होते हैं और गर्भावस्था के दौरान पेल्विक फ्लोर को मजबूत करने के लिए बेहतर होते हैं।

    5. चेयर स्क्वाट: गर्भवती महिलाओं या जिन्हें अपना संतुलन बनाए रखने में परेशानी होती है उनके लिए पारंपरिक स्क्वाट का एक शानदार विकल्प है। ग्लूट्स, हिप फ्लेक्सर, एब्स, क्वाड्रिसेप्स, काव और हैमस्ट्रिंग सभी एक चेयर स्क्वाट से जुड़े होते हैं।

    सावधानियां (Precautions)

    गर्भावस्था में स्क्वाट एक्सरसाइज़ से गर्भवती महिला की क्षमता को कोई खतरा नहीं होता है। हालांकि, गर्भवती महिला को स्क्वाट करते समय हमेशा कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।

    गर्भावस्था में स्क्वाट एक्सरसाइज़ करते समय नीचे बताए गए बुनियादी सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना चाहिए:

    • गर्भवती महिलाओं को स्क्वाट की हर गतिविधि धीरे-धीरे और सावधानी से करनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान एक प्रोटीन हार्मोन रिलैक्सिन उसके लिगामेंट और जोड़ों को ढीला कर देता है.
    • गर्भवती महिला के लिए यह जरूरी है कि वह बहुत ज्यादा गर्मी न लगे या प्यासी न हो। इसलिए, उन्हें गर्भावस्था के दौरान स्क्वाट करते समय पानी जरूर पीना चाहिए।
    • गर्भवती महिला को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपने स्क्वाट के साथ सहज है, ताकि वह अपना संतुलन न खोए, खासकर गर्भावस्था के बाद के समय में।
    • गर्भवती महिलाओं को यह याद रखना चाहिए कि वे अपने शरीर के बारे में सबसे अच्छी जज हैं, इसलिए अगर कुछ सही नहीं लगता है, तो उन्हें ब्रेक लेना चाहिए।

    निष्कर्ष (Conclusion)

    स्क्वाट गर्भवती महिलाओं के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ है क्योंकि वे दुबली मांसपेशियों को बनाए रखते हैं और कोर को मजबूत करते हैं, जिससे गर्भवती महिला की बच्चे को कैरी करने, लेबर और स्वाभाविक प्रसव करने की क्षमता बढ़ती है। इससे मुद्रा भी बेहतर होती है, जिससे यह एक बेहतरीन समग्र एक्सरसाइज़ बन जाता है।

    ध्यान रखें कि किसी भी नई एक्सरसाइज़ को शुरू करने से पहले गर्भवती महिला को हमेशा अपने डॉक्टर की मंजूरी लेनी चाहिए।

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    Written by

    Khushboo Goel

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