hamburgerIcon

Orders

login

Profile

STORE
SkinHairFertilityBabyDiapersMore
Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10
ADDED TO CART SUCCESSFULLY GO TO CART
  • Home arrow
  • Postnatal Care arrow
  • Recovery from C-section in Hindi | सी सेक्शन के बाद रिकवरी में मदद करेंगे ये टिप्स arrow

In this Article

    Recovery from C-section in Hindi | सी सेक्शन के बाद रिकवरी में मदद करेंगे ये टिप्स

    Postnatal Care

    Recovery from C-section in Hindi | सी सेक्शन के बाद रिकवरी में मदद करेंगे ये टिप्स

    8 August 2023 को अपडेट किया गया

    गर्भावस्था की प्रोसेस से गुजरते हुए बच्चे को जन्म देना एक बड़ी उपलब्धि होती है. हालांकि, काफी एक्साइटिंग होने के साथ-साथ यह एक महिला के शरीर को निचोड़ देने वाला होता है. एक नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले सी-सेक्शन डिलीवरी से रिकवरी में ज्यादा वक्त लगता है. मां को हेल्दी और ज़रूरी रिकवरी के लिए अतिरिक्त ख्याल रखना होता है. डिलीवरी के बाद की देखभाल का यह अहम पहलू है.

    सी-सेक्शन से रिकवरी

    सी-सेक्शन से रिकवरी में आमतौर पर 4-6 हफ़्तों का वक्त लगता है. हालांकि, हर महिला की ज़रूरतें अलग होती हैं और हो सकता है कि कुछ के लिए रिकवर होने में 1 महीने तक का वक्त लग जाए जबकि कुछ को इससे भी ज़्यादा. डिलीवरी के वक्त पेट पर लगाए गए टांकों को ठीक होने में वक्त लगता है और ऐसे में महिलाओं को भारी सामान या मुश्किल एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए.

    डिलीवरी के बाद होने वाला अवसाद और चिंता भी इस दौरान हो सकती है, लेकिन यह बेहद आम समस्या है और इससे आसानी से निपटा जा सकता है.

    सी-सेक्शन के घावों का सावधानी से इलाज करें

    सी-सेक्शन से रिकवरी के दौरान अक्सर थकान और बेचैनी लगती है. इसलिए, डॉक्टर आपको ज़्यादा से ज़्यादा आराम और दर्द से राहत के लिए दवाइयां देते हैं.

    ढेर सारा आराम करें

    सी-सेक्शन डिलीवरी के लिए एक बड़ी सर्जरी की जाती है और इसका मतलब है कि इससे उबरने के लिए शरीर को ज़्यादा वक्त चाहिए होता है. सी-सेक्शन के बाद रिकवरी में 6-8 हफ़्ते लग सकते हैं. महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा आराम करें और जब भी मौका मिले एक अच्छी नींद ले लें. ज़रूरी हो, तो आराम के दौरान बच्चे की देखभाल के लिए किसी की मदद भी मांग सकती हैं.

    शरीर का बच्चे की तरह ख्याल रखें

    मांएं कुछ टिप्स की मदद से अपने शरीर को डिलीवरी के बाद की ज़रूरी देखभाल दे सकती है, जैसेः

    · सिढ़ियां चढ़ने से बचें.

    · बच्चे की सभी ज़रूरी चीज़ें पास ही रखें ताकि आपको कम से कम चलना पड़े.

    · बच्चे के अलावा और कोई भी भारी चीज़ न उठाएं

    · व्यायाम करने से बचें.

    दर्द को दूर भगाएं

    सी-सेक्शन से रिकवरी के दौरान दर्द की समस्या हो सकती है खासतौर पर जहां कट लगा हो या अंदरुनी घावों में. अगर दर्द सहन नहीं हो रहा हो, तो यह बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और ज़रूरी दवाएं लें. हीटिंग पैड भी इसमें मददगार साबित हो सकते हैं.

    अच्छे पोषण पर ध्यान दें

    सी-सेक्शन डिलीवरी से रिकवर होने में लगने वाले समय में एक अच्छी डायट ज़रूरी होती है. दूसरी तरफ, बच्चे को उसका पूरा पोषण मां के दूध के जरिये ही मिलता है, इसलिए मां को पोषण से भरी चीज़ें खानी चाहिए. इनमें प्रोटीन, फायबर के अलावा अन्य ज़रूरी पोषक तत्व शामिल हैं. इसके अलावा सारा दिन शरीर में पानी की कमी न होने दें.

    डिलीवरी के बाद होने वाले बदलावों को मैनेज करें

    बच्चे के जन्म के बाद, महिलाओ के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं फिर चाहे वो ब्रेस्ट का बढ़ना हो या वजायनल ड्रायनेस हो, रात में पसीना आने की दिक्कत हो या फिर हेयरफॉल की समस्या हो. इनके अलावा वजायनल डिस्चार्ज भी एक समस्या हो सकती है. इन सबको मैनेज करने के कुछ तरीके नीचे दिए गए हैः

    · वजायनल ड्रायनस दूर करने के लिए लुब्रिकेंट्स

    · दर्दनिवारक दवाइयां

    · हेयरफॉल के लिए ट्रीटमेंट

    · नाइट स्वेट से निपटने के लिए ढीले पजामें या पैंट पहनें

    डिलीवरी के बाद रेगुलर चेकअप करवाना न भूलें

    डिलीवरी के बाद की देखभाल में रेगुलर चेकअप करवाना बेहद अहम होता है. इसमें नीचे बताई गई चीज़ों पर खास ध्यान दिया जाता हैः

    · डिलीवरी के बाद के अवसाद और चिंता से निपटने के तरीके

    · बर्थ कंट्रोल पर कंसल्टेशन

    · नवजात बच्चे को लेकर सवाल और जवाब

    · किसी गंभीर स्थिति से निपटने के तरीके

    ब्रेस्टफ़ीडिंग के लिए अलग-अलग पोजिशन ट्राय करें

    सी-सेक्शन से रिकवरी की प्रक्रिया में ऐसा नहीं हो सकता कि मां अपने बच्चे को ब्रेस्टफ़ीडिंग न करवाए. बच्चे के जन्म के साथ ही यह शुरू हो जाती है. हालांकि, सी-सेक्शन से रिकवरी के दौरान कुछ पोजिशन में ब्रेस्टफ़ीडिंग करवाना काफी फायदेमंद साबित होता है.

    करवट लेकर फ़ीडिंग

    इस पोजिशन में मां करवट लेकर सोती है और बच्चे को बगल में सुलाकर ब्रेस्टफ़ीडिंग करवी है. इसमें, मां अपने बच्चे को अपने हाथ से सहारा देती है, ताकि वो असानी से ब्रेस्ट तक पहुंचकर दूध पी सके. एक बार बच्चा फ़ीडिंग करने लगे, तो मां अपना एक हाथ सिर के नीचे रखकर सो सकती है ताकि उसकी गर्दन में खिंचाव न हो.

    फ़ुटबॉल होल्ड

    इस पोजिशन में मां अपनी कोहनी को एक तरफ मोड़कर बच्चे को फ़ीडिंग करवाती है. इसो थोड़ा आरामदायक बनाने के लिए, तकिये का सहारा लिया जा सकता है और मां किसी चेयर पर खुली बाहों से बच्चों को पकड़ सकती है. इस दौरान बच्चे के सिर को हाथ से सहारा दिया जा सकता है और उसी हाथ से बच्चे का मुंह ब्रेस्ट तक लाना होता है. इस बात का ख्याल रखें कि बच्चे का सिर तकिये पर आराम से रखा गया हो और उसे पूरा सपोर्ट मिल रहा हो.

    एक मां को सी-सेक्शन से रिकवर होने में ये टिप्स मददगार साबित हो सकते हैं. बच्चे को अच्छी देखभाल देने के लिए, मां का स्वस्थ होना ज़रूरी है.

    Is this helpful?

    thumbs_upYes

    thumb_downNo

    Written by

    Kavita Uprety

    Get baby's diet chart, and growth tips

    Download Mylo today!
    Download Mylo App

    RECENTLY PUBLISHED ARTICLES

    our most recent articles

    foot top wavefoot down wave

    AWARDS AND RECOGNITION

    Awards

    Mylo wins Forbes D2C Disruptor award

    Awards

    Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022

    AS SEEN IN

    Mylo Logo

    Start Exploring

    wavewave
    About Us
    Mylo_logo

    At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:

    • Mylo Care: Effective and science-backed personal care and wellness solutions for a joyful you.
    • Mylo Baby: Science-backed, gentle and effective personal care & hygiene range for your little one.
    • Mylo Community: Trusted and empathetic community of 10mn+ parents and experts.

    Product Categories

    baby test | test | baby lotions | baby soaps | baby shampoo |